அலி அல்லது திருநங்கை.
चौधराईन ने अपनी जाल बिछानी शुरु कर दी ।
दोनों महिलाओं ने अपनी-अपनी हवस पूरी कर लीं ।
चौधराईन की दरबार में सबको बराबर की इंसाफ मिलेगी ।