बाल बाल बचे
बलदेव का इश्क़, शमशेर का मंसूबा
एक मर्द का साथ
मायके (पारस) जाने की अनुमति
पारस जाने की तयारी और यात्रा की शुरुआत
राज के साझेदार
बलदेव देवरानी के साथ अपने प्रेम के बारे में मित्रो को बताता
बात बन गयी
देवरानी का प्रेम पत्र
बड़े अच्छे हैं
बलदेव - महारानी इश्क़ में आगे बढ़ने लगे
46 रगड़ा पट्टी
प्यासे प्रेमी
बला टली
मिलन - भाई बहन, और सेनापति महारानी सृष्टि का
पारस का बाज़ार
प्यार की गुलाबी सुबह
प्रथम भेंट में कुछ प्रेम भरी शिकायते
दाग-शक के बीज
हाय बुढ़ापा !
राज की बात
देवरानी की अपनी जन्म भूमि
देवगढ़ राज्य जाने की तय्यारी
देवरानी द्वारा बलदेव को लुभा कर मनाना