घोड़ी, घोडा, चूहा, शेर, शेरनी, बंदरिया
इश्क़ का रोग बढ़ता गया
बलदेव देवरानी और शमशेरा, दोस्ती समझौते की राह
पारस का राजकुमार जीवित है
पारस जाने की तयारी और यात्रा की शुरुआत
युद्ध
सुहाना सपना
राज के साझेदार
बलदेव - महारानी सुहागरात - पहला सम्भोग
उलझन में देवरानी, मित्रों का आगमन
देवरानी की अपनी जन्म भूमि
सुहागरात से प्रेम गहरा हुआ
हूरिया और सुल्तान, आम दशहरी या मालदा
सुल्तान की महफ़िल में मचलती हुई मोहब्बत
महत्वपूर्ण भावुक निर्णय का दिन
देवगढ़ राज्य जाने की तय्यारी
गलतफहमी का स्पष्टीकरण
मामा के देवगढ़ राज्य में
बड़े अच्छे हैं
आज मत जाओ
बलदेव - महारानी इश्क़ में आगे बढ़ने लगे
मक्कार राजा रतन सिंह देवरानी पर मोहित हुआ
दाग-शक के बीज
क्या करें, कहाँ जाएँ ?
मायके चलने का अनुरोध
घटराष्ट्र पर संकट
मन में उथल पुथल
प्यासे प्रेमी
घटराष्ट्र की रक्षा का प्रण
मैं न घर की रहूंगी न घाट की।
बला टली
जो जीता वो महाराजा
शिलाजीत, आम-बड़े रस भरे आम
इधर सेनापति की खोटी नियत उधर पारस में ख़ुशामदीद बहना
देवरानी बलदेव की सुहागरात
नदी के तट पर
बलदेव देवरानी के साथ अपने प्रेम के बारे में मित्रो को बताता
बेहद खूबसूरत
बलदेव बना रसिया
देवरानी का फैसला !
2.5.11 पिताजी राजमाता, सोंधी माटी की खुशबु
देवरानी द्वारा बलदेव को लुभा कर मनाना
हाथ में अंगूठी
प्रथम भेंट में कुछ प्रेम भरी शिकायते
कोठे पर रेशमा और शमशेरा
मुसीबतो का पहाड़
प्रेम प्रतिज्ञा
संकट में प्रेमी
राजकाज के बारे में जानना
मायके (पारस) जाने की अनुमति
घटराष्ट्र पर हमला हुआ और बलदेव बच गया
कैसी पत्नी चाहिए
हाय बुढ़ापा !
बात बन गयी
मेले में रानी का नृत्य
राज की बात
विवाह की तयारी
देवरानी का असमंजस
मिलन - भाई बहन, और सेनापति महारानी सृष्टि का
मेरे प्रेम में कैसे पड़े
कैसी लड़की चाहिए
पारस का बाज़ार
सीमा की सुरक्षा
प्यार से समझाओ
महारानी की नाराज़गी
2.5.12 पिताजी राजमाता रोकने का अब कोइ कारण नहीं था
बाल बाल बचे
रूठना मनाना प्यार मोहब्बत
बलदेव का इश्क़, शमशेर का मंसूबा
अलविदा सुलतान, मल्लिका शमशेरा, मामा और पारस!
एक मर्द का साथ
बेवस प्रेमी अब क्या करे
खुलम खुला प्यार
प्रेमियों का दुश्मन राजा